Expert answers to your questions

आपके सवाल विशेषज्ञ के जवाब

प्रश्न – डॉक्टर साहब मेरी उम्र 22 साल है। मुझे कुछ महीने पहले ही मधुमेह डिटेक्ट हुई है। पहले डॉक्टर साहब ने मुझे इसके लिए कुछ गोलियां लेने की सलाह दी थी। अभी पिछली बार के परामर्श में उन्होंने मुझे इंसुलिन लेने को कहा है। क्या डायबिटीज होते ही एक दो साल में ही इंसुलिन इंजेक्शन लेने की जरूरत पड़ सकती है?
मुकेश गौर, इंदौर मध्यप्रदेश।

उत्तर – मधुमेह कई प्रकार की होती हैं। टाइप 2 डायबिटीज जो अक्सर मोटापे से संबंधित होती है, इस डायबिटीज में पहले कुछ वर्षों में खानपान, व्यायाम एवं गोलियों से डायबिटीज नियंत्रित रह सकती है। दूसरी ओर टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, अतः शुरुआत से ही इंसुलिन का उपयोग करना पड़ता है। एक अन्य प्रकार की डायबिटीज होती है, जो इन दोनों प्रकार की डायबिटीज का मिला जुला रूप है जिसे लाडा कहते हैं। जिसमें इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाए धीरे धीरे नष्ट होती हैं। एवं मधुमेह की शुरुआत होने के 6 महीने के अंदर ही इंसुलिन लेना आवश्यक हो जाता है। ऐसे मरीज दुबले होते हैं। इस तरह की डायबिटीज में कुछ समय तक ही गोलियां असरकारक रहती हैं। ऐसा लगता है आप इसी श्रेणी में आते हैं। इसलिए आपके डायबिटीज नियंत्रण के लिए इंसुलिन लेना जरूरी है।

प्रश्न – डॉक्टर साहब मेरी उम्र 19 वर्ष है। मुझे बचपन से मोटापे की समस्या है। अभी एक साल पहले मुझे डायबिटीज भी हो गई है। मेरे पापा को भी डायबिटीज है। मैंने कुछ पत्रिकाओं में पढ़ा है कि वजन कम करने से मधुमेह ठीक हो सकती है। क्या यह सच है? यदि हाँ तो कृपया बताएं मैं अपना वजन कैसे कम करूं?
जीवन मंडल, झांसी उत्तर प्रदेश।

उत्तर – पिछले कुछ वर्षों से यह देखा जा रह है कि टाइप 2 डायबिटीज कम उम्र के लोगों में भी होने लगी है। इसका सीधा संबंध मोटापे एवं निष्क्रिय जीवन शैली से है। यदि आप मोटे हो रहे हैं एवं आपको अपने पिताजी से टाइप 2 डायबिटीज के जींस भी मिले हैं तो आपको टाइप 2 डायबिटीज होने का यही कारण है। शरीर का वजन जैसे जैसे बढ़ता है, शरीर की इंसुलिन की जरूरत बढ़ती जाती है। जब इंसुलिन बनाने वाली ग्रंथि इस बढ़ी हुई इंसुलिन की डिमांड को पूरा नहीं कर पाती तो खून में शुगर बढ़ने लगती है। यदि आप अपना वजन 15 प्रतिशत कम कर लें तो हो सकता है कि आपकी डायबिटीज बिना दवाइयों के नॉर्मल रहने लगे। वजन कम करने के लिए आपको आहार विशेषज्ञ की सलाह से अपने आहार में बदलाव के साथ व्यायाम करना होगा। साथ ही आजकल वजन कम करने वाली नई दवाइययाँ भी उपलब्ध हैं, अपने डॉक्टर की सलाह से उन्हें आप ले सकते हैं। वजन कम करने का एक अच्छा उपाय बेरियाट्रिक सर्जरी भी है।

प्रश्न – डॉक्टर साहब मेरी उम्र 33 साल है, मुझे पिछले 5 सालों से मधुमेह है। पिछली कुछ जाँचों में मेरा HbA1c बढ़ा हुआ आ रहा है। जबकि मेरी फास्टिंग ग्लूकोज की जाँच हमेशा नॉर्मल आ रही है। कृपया बताएं इसका क्या कारण हो सकता है? मुझे क्या करना चाहिए?
नरेंद्र विश्वकर्मा, जबलपुर, मध्यप्रदेश

उत्तर – HbA1c पिछले तीन महीने के ग्लूकोज का एवरेज होता है। यदि आपकी सुबह की फास्टिंग ग्लूकोज नॉर्मल आती है परन्तु खाने के बाद की शुगर दिनभर बढ़ी रहती है तो यह बिल्कुल संभव है कि आपकी फास्टिंग ग्लूकोज नॉर्मल हो परन्तु HbA1c बढ़ा हुआ हो।
आपके HbA1c बढ़े होने का वास्तविक कारण पता करने के लिए आपको CGMS जाँच करानी चाहिए। CGMS, को कंटीन्यूअस ग्लूकोज मॉनिटरिंग सिस्टम कहते हैं। यह यंत्र हर पाँच से दस मिनट में ग्लूकोज की मात्रा को मापता है व अपनी मेमोरी में रिकॉर्ड कर लेता है। इस रिकॉर्ड में हम हर दिन का ग्राफ अलग अलग भी देख सकते हैं, एवम् पाँच, दस या पंद्रह दिन का मिला जुला पैटर्न भी देख सकते हैं।
इससे आपके क्या व कितना खाने से, व्यायाम, एवं अन्य शारीरिक गतिविधियों से, शुगर कितना और कब बढ़ता है, इसका पता चलता है। इससे आपके बढ़े हुए HbA1c का स्पष्ट कारण पता चलने के साथ उचित दवाई एवं उसकी सटीक मात्रा निर्धारित करने में भी मदद मिलेगी।

प्रश्न – डॉक्टर साहब मेरी उम्र 53 वर्ष है, मुझे पिछले 8 सालों से मधुमेह है। मेरे मधुमेह चिकित्सक मेरी ब्लड ग्लूकोज नियंत्रित न रहने पर अक्सर टेबलेट बढ़ा देते हैं। अतः लगभग हर साल मेरी दवाइयों में 1 टेबलेट बढ़ जाती है। इस तरह मुझे अभी दिन में लगभग 8 से 10 गोलियाँ लेनी पड़ रही हैं। फिर भी मेरा मधुमेह नियंत्रण संतोषजनक नहीं है। क्या इतनी सारी दवाइयाँ लेने से मेरी किडनी और लिवर पर खराब असर नहीं पड़ेगा? मुझे क्या करना चाहिए?
दिनेश भार्गव, ग्वालियर, मध्यप्रदेश।

उत्तर – दिनेश जी आपकी डायबिटीज 8 साल पुरानी है, डायबिटीज में देखा जाता है कि समय के साथ शरीर में इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाएं धीरे धीरे नष्ट होती रहती हैं। क्योंकि खून में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होने से उन्हें बहुत ज्यादा काम करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में अधिकांश गोलियाँ शुगर नियंत्रण में कारगर नहीं रह जातीं। आपको अब बाहर से से इंसुलिन लेने की आवश्यकता है। ऐसा लगता है कि आपके डॉक्टर या आप इंसुलिन लेने से हिचकिचा रहे हैं। इसीलिए आपकी गोलियां बढ़ती जा रही हैं।
जहां तक गोलियों से किडनी खराब होने का प्रश्न है, यह एक बहुत बड़ी भ्रांति है। किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण सालों साल खून में ग्लूकोज बढ़ा रहना है। जो आपकी किडनी को धीरे धीर चौक करती जाती हैं। गोलियाँ अगर शुगर नियंत्रण कर रही हैं तो वो निश्चित रूप से आपकी किडनी को खराब होने से बचाएंगी।

© 2025 Madhumehvani. All Rights Reserved.